फ़ासला आवाज़ का था
फ़ासला
अन्दाज़ का था। 1
दूरियाँ ज़ेहनों में थी
फ़ासला
अल्फाज़ का था। 2
असम्भव सम्भव हो गया
करिश्मा
क़लाबाज़ का था। 3
सरहदें बनती ही गयीं
फ़ासला
बस मिज़ाज का था। 4
मंजि़लें सरकती गयीं
फ़ासला
आग़ाज़ का था। 5
कोई करता विरोध कैसे
फै़सला
महाराज का था। 6
ताजमहल आँखों में था
फ़ासला
मुमताज़ का था। 7
समाज परस्ती तो बेहिसाब
फ़ासला
तो ताज का था। 8
गीत तो तरन्नुम में थे
फ़ासला
बस साज़ का था। 9
कोशिशें छोड़ भ्रम में रहे कि
नियामत
बस पुखराज का था। 10
ये दूरी भी कोई दूरी है
फ़ासला
परवाज़ का था। 11
वह लड़ रहा जिन मुद्दों पर
उनमें न
कोई आज का था। 12
इतने घाव लिये उसने
कारण महज़
लाज का था। 13
ज़ेहनों में बराबरी व खुलापन
नतीजा ये
नमाज़ का था। 14
सब कुछ सहज व प्राकृतिक
कुछ भी
तो न राज़ का था। 15
असर होगा ज़रुर, भले देर से
आशीष उम्र
दराज़ का था। 16
हम फिर से एक हो सकते थे
मामला तो
बस नाज़ का था। 17
हमें संवेदना पनपानी ही होगी
क्योंकि
सवाल ये समाज का था। 18
नीचे का पानी बचाना, वरना
समय ये
भूकम्प के आगाज़ का था। 19
पावों व पंखों पर हौसला रहा
इंतज़ार
नहीं जहाज़ का था। 20
कई दिनों से लगातार बारिश्ा
हाल बुरा
अब बाज़ का था। 21
तोहफे बच्चों काे मन मुताबिक मिले
मामला सान्ताक्लाज़
का था। 22
‘खाओ पर अच्छों का रखो बीज'
बोला जो
दाना, अनाज का था । 23
गरज़ हुआ तो शुरु, नहीं तो बंद
ये संवाद
किस अन्दाज़ का था ? 24
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कब तक का समझाना भाई
रोज़ का आना जाना भाई। 1
मैं चाहूं तो बच सकता हूं
पर देखूं तो तेरा निशाना भाई। 2
मुमकिन है आ ही जाऊँं मैं
बताये रहना ठौर-ठिकाना
भाई। 3
रास्ते में बहुत दलदल है
बचना और बचाना भाई। 4
बलंदियाँ बहुत फिसलन भरी हैं
ठीक से पैर जमाना भाई। 5
दर्द बढ़े तो ले लो औरों का भी
ये भी नुस्ख़्ाा आज़माना भाई। 6
कभी लुटते, कभी लुटाते हैं
तबीयत
है शायराना भाई। 7
देखो हमें तो मुस्करा देना
यही
सबसे बड़ा नज़राना भाई। 8
पूरी कायनात से मेरा जुड़ाव
एहसास
यही अपना ख़्ाज़ाना भाई। 9
धन के भी संस्कार होते हैं
पाकीज़ा
धन कमाना भाई। 10
अफ़वाहें नुक़सान करती हैं
अफ़वाहें नहीं उड़ाना भाई। 11
अभी भी सच्चाई ही जीतती है
जब चाहो आज़माना भाई। 12
कोई तुमसे जब रास्ता पूछे
मत उसको भटकाना भाई। 13
रो लेना जब आँसू आयें
इससे मत शरमाना भाई। 14
हिचकियाँ नहीं फोन आते हैं
यादों का कैसा ये ज़माना भाई। 15
वैसे तो जीवन में अनेक गुण हैं
सही अनुपात व सन्तुलन न बिसराना भाई। 16
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